चॉकलेट का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है कि बस अब कोई हमें चॉकलेट खाने को दे दे क्योंकि चॉकलेट चीज ही ऐसी है कि इसे पसंद करने वालों की कोई कमी नहीं है
फेस्टिवल से लेकर के फंक्शंस तक इसने अपनी अच्छी खासी पहुंच बना ली है और फिर यह ढेरों वैराइटीज में भी तो मिलती है
जैसे :- मिल्क चॉकलेट, डार्क चॉकलेट, ड्राई फ्रूट्स रिच चॉकलेट और वीगन चॉकलेट्स एक्सेट्रा
हर दिल अजीज होने की वजह से चॉकलेट काफी पॉपुलर और डिमांड में बने रहने वाला प्रोडक्ट है तो ऐसे में अगर आप चॉकलेट खाने के साथ-साथ इसका बिजनेस करने में भी इंटरेस्टेड हो तो काफी मुनाफा कमा सकते हैं
क्योंकि इस बिजनेस में आपको लगभग 40% का ग्रोस मार्जिन मिल सकता है लेकिन यह याद रखना भी जरूरी होगा कि सिर्फ प्रॉफिट का हिसाब लगाकर कोई भी बिजनेस सक्सेसफुल नहीं हो सकता उसे सक्सेसफुली रन करने के लिए पैशन की भी जरूरत होती है और चॉकलेट बिजनेस आज हाईली कंपटिंग भी हो चुका है तो ऐसे में अगर आप चॉकलेट बिजनेस में एंटर होने के लिए पैशनेट हैं और कंपटीशन को बीट करने का इरादा भी रखते हैं तो आप इस बिजनेस को शुरू करने के बारे में सोच सकते हैं
हम आपको बताएंगे कि चॉकलेट बिजनेस के लिए आपको कौन से स्टेप्स को ध्यान में रखकर प्लानिंग एंड बजटिंग करनी चाहिए और कौन सी जरूरतों को फुलफिल करने की जरूरत होगी
चॉकलेट मेकिंग प्रोसीजर कैसा होता है
और सबसे पहले यह जानते हैं कि चॉकलेट मेकिंग प्रोसीजर कैसा होता है तो चॉकलेट एक मल्टी स्टेप प्रोसेस से तैयार हो होती है जो ककाऊ से कोको और फिर चॉकलेट की
फॉर्म में तैयार होती है ककाओ कोको का रॉ अनप्रोसैस्ड को फर्मेंट किया जाता है उसके बाद यह बींस ड्राई करके रोस्ट होते हैं जिससे बींस की आउटर शेल रिमूव हो जाती है और ककाऊ निप्स बचते हैं इन्हें ग्राइंडर में प्रोसेस किया जाता है जिससे ककाऊ लिकर तैयार होता है इस लिकर से ककाऊ बटर एक्स्टेक्स्ट किया जाता है और बचे हुए लिकर को ड्राई करके
ककाऊ पाउडर तैयार होता है
जो कि बेकिंग में यूज होता है इस ककाओ लिकर ककवा बटर और शुगर को मिलाकर चॉकलेट तैयार की जाती है ककाओ लिकर की क्वांटिटी डिसाइड करती है कि चॉकलेट कितनी डार्क होगी मिल्क चॉकलेट्स बनाने के लिए इसमें मिल्क पाउडर या कंडेंस्ड मिल्क ऐड किया जाता है चॉकलेट बनने के बाद इसे कूल और सॉलिड होने के लिए कंटेनर्स में डाला जाता है और फिर पैकेजिंग करके मार्केट में पहुंचाया जाता है जहां पर आप और हम इसे खरीदकर कुछ ही मिनटों में खत्म भी कर देते हैं तो आपने आपको पता चल ही गया ही होगा कि चॉकलेट मेकिंग एक लॉन्ग प्रोसेस है
और एक बिजनेसमैन की तरह देखें तो इस बिजनेस को रन करने के लिए आपको बहुत से रिसोर्सेस की जरूरत होगी और बहुत से स्टेप्स फॉलो करने होंगे
तो आइए इन सभी स्टेप्स के बारे में जानते हैं
पहला स्टेप है
1. रिसर्च एंड प्लानिंग बिजनेस को शुरू करने के लिए मार्केट रिसर्च कंडक्ट करना होगा ताकि यह पता चल सके कि कंपीटीटर्स कौन हैं और मार्केट में किस तरह की डिमांड
हाई है मार्केट डिमांड के अकॉर्डिंग आप हैंडमेड चॉकलेट्स टफल्स या पर्सनलाइज्ड गिफ्ट जैसे किसी नीश को भी चूज कर पाएंगे इसलिए मार्केट रिसर्च से मिले रिजल्ट के
बेस पर अपना बिजनेस प्लान तैयार करें जिसमें आपके बिजनेस गोल्स बजट प्राइस स्ट्रैटेजी इन्वेस्टमेंट की जरूरतें
मार्केटिंग प्लान क्लियर मेंशन हो
2. लीगल रिक्वायरमेंट्स पूरी करिए अपना चॉकलेट बिजनेस स्टार्ट करने के लिए आपको इन लाइसेंस की जरूरत होगी जीएसटी रजिस्ट्रेशन फर्म रजिस्ट्रेशन ट्रेड
लाइसेंस फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी एफएसएसएआई ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन और इंपोर्ट और एक्सपोर्ट के लिए आईईसी कोड रजिस्ट्रेशन ।
3. बिजनेस इन्वेस्टमेंट के लिए तैयार रहिए चॉकलेट बकिंग बिजनेस में कितना कॉस्ट आएगा यह बिजनेस के टाइप पर डिपेंड करेगा स्मॉल स्केल चॉकलेट इंडस्ट्री का कॉस्ट लगभग 4 से 5 लाख रूपये तक रहता है और लार्ज स्केल
चॉकलेट इंडस्ट्री में 20 से 40 लाख रूपये तक इन्वेस्टमेंट की जरूरत होती है इसलिए बिजनेस प्लानिंग के टाइम ही आपको क्लियर होना चाहिए कि आप कौन से लेवल पर बिजनेस शुरू करने वाले हैं और उसके लिए रिक्वायर्ड इन्वेस्टमेंट आपके पास है या नहीं ।
4. टारगेट कंज्यूमर्स को चूज करें आपको यह पता होना चाहिए कि आपके टारगेट कंज्यूमर्स सुपरमार्केट्स हैं
रिटेलर्स हैं या ऑनलाइन रिटेल स्टोर्स हैं या स्मॉल शॉप्स आपके टारगेट कंज्यूमर्स हैं उसी के अकॉर्डिंग आपके प्रोडक्ट्स की प्राइस और पैकेजिंग होगी और प्रॉफिट
मार्जिन भी इससे अफेक्ट होगा इसलिए श्यर रहिए कि आप किसके जरिए अपनी चॉकलेट्स को मार्केट में पहुंचाना चाहते हैं और अगर आप खुद अपनी शॉप या स्टोर ओपन करके चॉकलेट सेल करना चाहते हैं तो शॉप ऐसी लोकेशन पर
लीजिए जहां पर कस्टमर्स की इजी अप्रोच हो और जहां पर आपके प्रोडक्ट्स की डिमांड भी हो ।
5. रॉ मटेरियल एंड इक्विपमेंट अरेंज करें चॉकलेट मेकिंग के लिए आपको गुड क्वालिटी रॉ मटेरियल की जरूरत होगी ताकि आपकी प्रोडक्ट की क्वालिटी मेंटेन रहे इस प्रोसेस में आपको डेरी प्रोडक्ट्स कोको परमिटेड आर्टिफिशियल
फ्लेवर्स फूड इंग्रेडिएंट्स और स्वीटनर्स की जरूरत होगी इन्हें चूज करते समय क्वालिटी से कभी भी कंप्रोमाइज ना करें और
हैवी मोल्ड्स चॉकलेट टैंपरिंग मशीन रोस्टर मिक्सर ग्राइंडर मलिंगर पाइपिंग बैग्स ननोजल्स थर्मोमीटर और यूटेंसिल्स जैसे इक्विपमेंट आपको चाहिए होंगे साथ ही क्लीन और सफिशिएंट स्पेस वाला वर्क प्लेस भी आपको रिक्वायर्ड होगा इस प्रोसेस में आपको ऐसे हेल्पिंग हैंड्स या मैनपावर की जरूरत भी हो सकती है जिन्हें इस इंडस्ट्री की ज्यादा नॉलेज और एक्सपीरियंस हो ।
6. स्किल डेवलपमेंट आप चाहे स्मॉल स्केल पर बिजनेस शुरू करने का सोच रहे हो जिसमें आप चॉकलेट खुद बनाए या फिर लार्ज स्केल पर चॉकलेट प्रोडक्शन का प्लान हो आपको चॉकलेट मेकिंग प्रोसेस के बारे में नॉलेज होनी चाहिए इसके लिए आप चॉकलेट मेकिंग के बेसिक प्रोसेस को सीखने के अलावा अपने प्रोडक्ट को य यूनीक बनाने के लिए भी एफर्ट्स जरूर करें जिसमें चॉकलेट्स में न्यू एक्सपेरिमेंट्स करना चॉकलेट पर बेस्ड वर्कशॉप्स को जवाइन करना या लार्ज चॉकलेट इंडस्ट्री से सीखने के बारे में सोचा जा
सकता है ।
7. पैकेजिंग को यूनिक बनाइए चॉकलेट सेल करने में पैकेजिंग का इंपॉर्टेंट रोल होता है जितनी ज्यादा इंप्रेसिव और अट्रैक्टिव पैकेजिंग उतने ही अच्छे रिस्पांस के चांसेस इसलिए आपको चॉकलेट पैकेजिंग के लिए न्यू आइडियाज और
बजट की जरूरत पड़ सकती है इसके लिए हमेशा तैयार रहिए और अपनी चॉकलेट्स को मार्केट में इस तरह अप्रोच
करवाइए कि उनका स्वाद और पैकेजिंग दोनों
की वाहवा हो सके ।
8. मार्केटिंग की इंपॉर्टेंस को समझिए हर बिजनेस की तरह
चॉकलेट बिजनेस की मार्केटिंग भी काफी जरूरी है इसके लिए अपनी प्रोडक्ट्स के पेंफलेट्स एंड फ्लायर्स क्रिएट किए जा
सकते हैं अपनी चॉकलेट्स के फ्री सैंपल्स टारगेटेड प्लेसेस पर डिस्ट्रीब्यूटर के भी आप प्रमोशन कर सकते हैं आप अपने बिजनेस के प्रमोशन के लिए डिजिटल ऐड्स रन करा सकते
हैं ईमेल मार्केटिंग के जरिए भी आप इफेक्टिवली अपने प्रोडक्ट्स का प्रमोशन कर सकते हैं और स्पेशल इवेंट्स पर स्पेशल एक्सक्लूसिव डील्स के जरिए भी अपने कस्टमर्स को इंगेज कर सकते हैं ।
इस तरह आप इन 8 स्टेप्स को कंसीडर करके अपने चॉकलेट बिजनेस को प्लान कर सकते हैं इसके बजट प्रॉफिट
रिक्वायरमेंट्स और एफर्ट्स का अंदाजा लगा सकते हैं और यह तय कर सकते हैं कि यह बिजनेस आपके लिए सूटेबल है या नहीं और अगर है तो आपको शुरुआत स्मॉल स्केल पर करनी
चाहिए या लार्ज स्केल पर और हां इन तैयारियों के बीच अपनी चॉकलेट्स की हाई क्वालिटी यूनिकनेक्ट पैकेजिंग को इग्नोर ना करें और एक बात हमेशा ध्यान रखिएगा क्योंकि
क्वालिटी है तो कस्टमर है ।
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