Top News

Rahul Gandhi नहीं रह पाएंगे LoP ? | Mamata Banerjee | INDIA Alliance | Congress | TMC | Top News

तो क्या सच में अब ममता बैनर्जी ही होंगी इंडिया एलायस की नई कप्तान क्योंकि जिस तरह से इंडिया गठबंधन के भीतर एक के बाद एक तमाम बड़े दलों के नेता ममता के नाम का समर्थन करते जा रहे हैं उससे तो यही लगता है कि अब राहुल गांधी को कोई अपना लीडर मानने को तैयार ही नहीं है मगर सवाल तो यह है कि अलायंस में सीटों के लिहाज से सब सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद क्या कांग्रेस ममता की लीडरशिप को स्वीकार करेगी ।
क्या राहुल गांधी ममता बैनर्जी को इंडिया एलायंस के नेता के तौर पर एक्सेप्ट करेंगे सवाल यह भी कि अगर ममता के हाथों में कमान आ गई तो संसद में विपक्ष का नेता कौन होगा टीएमसी का तो साफ-साफ कहना है कि कांग्रेस की लीडरशिप में इंडिया गठबंधन हर मोर्चे पर फेल ही साबित हुआ है इसलिए अब अलायंस की कमान ममता बैनर्जी के हाथों में सौंप दी जाए गद्दी की लड़ाई में ममता अकेली नहीं है दीदी ने सबसे बात करके राहुल को अभी से ही साइडलाइन करने की तैयारी शुरू भी कर दी इंडिया एलायस के भीतर एक के बाद एक कई दलों ने ममता बनर्जी के नाम पर अपनी सहमति भी दे दी है। 


इनमें आरजेडी समाजवादी पार्टी उद्धव ठाकरे की शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी शामिल है सबसे ज्यादा हैरानी तो आरजेडी मुखिया लालू यादव को लेकर हो रही है क्योंकि याद कीजिए जब पटना में मई 2023 में विपक्षी दलों के गठबंधन के लिए पहली बैठक हुई थी तब आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने ही उस बैठक के बाद राहुल गांधी को दूल्हा बनाने की सलाह दी थी लालू प्रसाद के दूल्हा बनाने की सलाह के कई मायने निकाले गए थे राजनीतिक रूप से दूल्हा बनाने को गठबंधन की कमान थामने से जोड़कर देखा गया था लेकिन अब वही लालू प्रसाद यादव राजनीतिक रूप से राहुल गांधी को लंगड़ी मारते दिख रहे हैं ।

लालू ने अब ना सिर्फ ममता के नाम पर मुहर लगा दी है बल्कि वे यह भी कह रहे हैं कि कांग्रेस की आपत्ति जताने से कुछ नहीं होगा लालू के पलटी मारने के पीछे एक्सपर्ट्स का तो मानना है कि चूंकि बिहार में कांग्रेस ने आरजेडी के आगे लोकसभा के स्ट्राइक रेट के आधार पर विधानसभा में टिकट बंटवारे की मांग रख दी है इसलिए आरजेडी अभी से ही गठबंधन से बाहर निकलने की तैयारी कर रही है जानकारी के लिए बता दें कि लोकसभा चुनाव में बिहार में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट 33% था जबकि आरजेडी का स्ट्राइक रेट महज 17% था अब इसी आधार पर कांग्रेस विधानसभा चुनाव में भी सीटों का बंटवारा चाहती है जो कि आरजेडी को नागवार गुजर रहा है 


वहीं दूसरी पार्टियों की बात करें तो सपा शरद पवार की पार्टी एनसीपी और उद्धव ठाकरे गुट में भी ममता को इंडिया अलायंस का लीडर बनाने पर सहमति बन गई है जानकारों का मानना है कि कहीं ना कहीं इन सभी दलों को कांग्रेस की लीडरशिप के अंदर खुद को साइडलाइन किए जाने से आपत्ति है अब उदाहरण के तौर पर जिस तरह से सपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी में कांग्रेस को पावरफुल बनाने में एक अहम भूमिका निभाई थी लेकिन इसके बदले में कांग्रेस की तरफ से अखिलेश को विधानसभा चुनाव में कुछ खास नहीं मिला महाराष्ट्र में हार के बाद तो सपा ने महाविकास आघाड़ा से बहार निकलने का भी ऐलान कर दिया है अब आखिर राहुल गांधी की दावेदारी कहां कमजोर हुई यह भी एक अहम सवाल है एक्सपर्ट्स का कहना है कि पिछले कुछ विधानसभा चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस को बुरी हार का सामना करना पड़ा है ।
उससे भी ममता के आत्मविश्वास को बूस्ट मिला है इसके अलावा खुद खुद कांग्रेस के भीतर खेमे बाजी और मिसमैनेजमेंट ने उनकी लीडरशिप पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विप मणिकन टैगोर ने कहा है कि इंडिया गठबंधन के कुछ साथी ममता बैनर्जी को गठबंधन के चेयरमैन बनाने की मांग सदन
के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए कर रहे हैं वहीं बीजेपी ने भी पूरे मसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि स्वार्थ और जनता की गाढ़ी कमाई लूटने वाले जमात ने अपने बचाव के लिए इंडिया गठबंधन बनाया था अब इन लोगों को लगता है कि इस बैनर के तले चेहरा नहीं छुप सकता तो नया नाटक शुरू किया गया यहां एक सवाल यह भी उठता है ।


अगर ममता बनर्जी इंडिया अलायंस की लीडर बनती हैं तो सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी रहेंगे या फिर नहीं जानकारी के लिए आपको बता दें कि राहुल गांधी सदन में विपक्ष के नेता इसलिए हैं क्योंकि कांग्रेस सीटों के लिहाज से इंडिया एलायस में सबसे बड़ी पार्टी है इस वक्त कांग्रेस 999 सीटों के साथ इंडिया अलायंस में सबसे बड़ी पार्टी है ऐसे में भले ही ममता बनर्जी इंडिया अलायंस के लीडर बन जाएं लेकिन सदन में राहुल गांधी की पावर खत्म नहीं होगी और वे आगे भी विपक्ष के नेता के रोल में नजर आते रहेंगे ।

हालांकि वार पलटवार के इस खेल को साइड रखा जाए तो यह देखना दिलचस्प होने वाला है कि क्या ममता के दांव को कांग्रेस कैसे टैकल करती है बहरहाल पूरे मसले पर आप क्या सोचते हैं हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
              धन्यवाद 🙏

Post a Comment

Previous Post Next Post